Saturday, 6 February 2016

मैं तुझ सी बन जाऊँ कैसे?

 हे देव बता  दे आज मुझे
मैं तुझ सी  बन जाऊँ  कैसे?                

 मेरा मन  नदी की धारा
 पारे की भाँति डाँवाडोल,
 तू है स्थिरता की मूरत
 मैं पत्थर बन जाऊँ कैसे ?                                                     

 हे देव बता  दे आज मुझे
 मैं --------------------?

दुःख से घिरा हुआ आकाश
कहती थी माँ देखा है
मंदिर में तेरे घी जला
मैं दीपक बन जाऊँ कैसे ?

हे देव बता  दे आज मुझे
 मैं --------------------?


 




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